मुंबई : फ़िल्म निर्माता शिवांग शर्मा ने जैसे ही फ़िल्म इंडस्ट्री में कदम रखा, उन्होंने दिखा दिया कि प्रतिभा किसी अवसर की मोहताज नहीं होती। उन्होंने अपनी कंपनी बगली सिने विज़न प्राइवेट लिमिटेड के पहले ही प्रोजेक्ट उड़ा दे अफ़वाह सॉंग ने पैनोरमा म्युज़िक कंपनी से रिलीज़ होकर दर्शकों का मन मोह लिया और उनका पहला म्यूजिक एल्बम 2 मिलियन से ज़्यादा दिर्शकों ने पसंद किया।
शिवांग शर्मा का कहना है की उनको कदम कदम पर उनके पिता ने दोस्त बन कर आगे बढ़ने में मदद की। शिवांग के पापा डॉ राजेश शर्मा पैसे से डॉ होते हुए एक मल्टीटेलेंटेड इंसान है जो समाज सेवक के साथ एक कलाकार भी हैं। उन्होंने हर पल शिवांग को आगे बड़ते रहने की प्रेरणा दी और वही संस्कार शिवांग के हर कदम मैं नज़र आते हैं।
फ़िल्म निर्माता शिवांग का कहना है कि आगे उनके कोई बड़े प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं जिनका प्री प्रोडक्शन का काम उनकी कंपनी में चालू है और जल्द ही शिवांग उसकी घोषणा करने जा रहे हैं। उनका ड्रीम प्रोजेक्ट इण्डियन डिजिटल आइकॉन जिसको वो जल्द ही शुरू करने जा रहे है जिससे समाज कि युवाओं मैं एक ऊर्जा पेदा होगी,जल्द ही लाँच होने जा रहा है।
शिवांग ने बताया कि उनकी एक शोर्ट मूवी टैक्सी ड्राइवर की स्टोरी पर काम चल रहा है जो जल्द ही शुरू होने जा रही है। फ़िल्म निर्माता शिवांग शर्मा का उद्देश्य रूलर एरिया से छुपा हुआ टैलेंट को एक नई दिशा देना है। शिवांग अपने पापा की तरह ही समाज मैं लोगों को आगे ले जाने में मदद करना चाहते हैं।
शिवांग का कहना है कि डिजिटल इंडिया ने नये प्रोडक्शन को एक पहचान दी है जिसको शिवांग बखूबी निभा रहे हैं।